राजकमल प्रकाशन
महत्वपूर्ण पुस्तक जान पड़ती है.पाठ्यक्रमों में पढ़ाए जाने वाले पाश्चात्य काव्यशास्त्र के सभी विद्यार्थियों और अध्यापकों को इस पुस्तक से गुजरना चाहिए और कविता की प्रवृत्तियों परिवेश की परख करने वालों को भी. हिन्दी में इस विषय पर लेखन कम ही हुआ है.
महत्वपूर्ण पुस्तक जान पड़ती है.पाठ्यक्रमों में पढ़ाए जाने वाले पाश्चात्य काव्यशास्त्र के सभी विद्यार्थियों और अध्यापकों को इस पुस्तक से गुजरना चाहिए और कविता की प्रवृत्तियों परिवेश की परख करने वालों को भी.
ReplyDeleteहिन्दी में इस विषय पर लेखन कम ही हुआ है.